Panchatantra Ki पांच प्रसिद्ध कहानी That'll Motivate You?

chalak lomdi aur kauwa ki kahani in hindi चतुर लोमड़ी और मूर्ख कौवा | चालाक मेंढक अपनी चोंच ही नहीं, अक्ल को भी थोड़ा तेज़ करो story of chalak lomdi

Panchatantra ki Kahani the fox and the crow

 पंचतंत्र पांच प्रसिद्ध कहानी लोमड़ी और कौआ ?

Panchatantra ki Kahani the fox and the crow  हम आपके साथ अपने बचपन की पंचतंत्र की 5 प्रसिद्ध कहानियाँ शेयर कर रहा हूँ. ये कथाएं  बच्चो के लिए रोचक तथा मनोरंजन एवं ज्ञानवर्धाक तो है। chalak lomdi ki kahani in hindi,

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 पर साथ ही प्रत्येक अवस्था के लिए उपयोगी है, जो मुझे बहुत पसंद है. इन कहानियों को पढने से न सिर्फ आपको मजा आएगा बल्कि आपको ज्ञान भी मिलेगा?   


Panchatantra ki Kahani the fox and the crow


(Panchatantra ki Kahani the fox and the crow)

 लोमड़ी और कौआ

Panchatantra ki Kahani Chalak  Lomdi story in Hindi- लोमड़ी और कौआ की दोस्ती Chalak Lomdi aurKauwa ki Kahani in Hindi  | चालाक मेंढक अपनी चोंच ही नहीं, अक्ल को भी थोड़ा तेज़ करो story of Chalak Lomdi.


चतुर मेंढक और मूर्ख कौवा (0 1 )


 the fox and the crow एक नदी किनारे चतुर मेंढक रहता था।  मेंढक अपने जीवन से खुश और संतुष्ट था। दुर्भाग्य से,  एक बार जब वह नदी से बाहर आया और नदी के किनारे धूप सेंकने के लिए बैठ गया। उसी समय, एक काले कौवे ने उस पर हमला किया और उसे अपनी चोंच के बीच पकड़ लिया। वाह! मुझे क्या स्वादिष्ट भोजन मिला है। क्या स्वादिष्ट भोजन मिला है।अपनी चोंच के बीच असहाय मेंढक को दबाते हुए, हवा में उड़ गया। 

 नदी किनारे एक पुराना मंदिर था जो पथरीले पहाड़ पर स्थित था। पत्थर के सामने रखते हुए, कौवा ने व्यंग्यात्मक लहजे में कहा, हे  मेंढक आज तुम्हारा आखरी दिन मै तुझे खा कर मेरा भूख मिठे जायेगा और  एक हप्ता आराम से  दिन कट जायेगा। मेंढक ने कहा कौआ महराज। 

 मैं सिर्फ एक बात कहना चाहता हूं - मेरी आखिरी इच्छा पूरी होनी चाहिए। दया करो, मेरी अंतिम इच्छा पूरी करो।  उसने अनुरोध किया, मरते समय भी, मैं सिर्फ तुम्हारे लिए प्रार्थना कर सकता हूं। ठीक है, ठीक है, ठीक है, कौवा ने अधीरता में कहा, जल्दी से अपनी इच्छा बताओ, मेरे पास बर्बाद करने का समय नहीं है।


 मेंढक ने अपनी पानी भरी आँखों से देखा और कौवे की ओर देखने लगा। उसकी आवाज कांप रही थी। मैं तुम्हारी तरह बहादुर नहीं हूँ, प्रिय कौवा। मुझे मरने से बहुत डर लगता है। मेरा निवेदन है  मेरी मृत्यु तत्काल और दर्द रहित होनी चाहिए। आपकी  काली चोंच  मोटी और तेज  नहीं है। मुझे डर है  जब आप मेरे दिल को इस से चोंच  मारेंगे, तो इससे मुझे बहुत दर्द होगा। कृपया अपने चोंच  थोड़ा तेज करलो, ताकि आसानी से मर सकूं। कौवा कुछ देर सोचने के बाद अपनी नन्ही आँखों से मेंढक की ओर देखने लगा। 


 अंत में,  कौआ  चलो, मेरी चोंच को तेज करने में क्या नुकसान है? अपनी चोंच को भाले की तरह बनाने के बाद आऊंगा। तब तक, आप यहाँ प्रतीक्षा करें। मेंढक ने जल्दी से हाँ में  हाँ मिला कर अपना सिर हिलाया। जैसे ही कौवा मुड़ा,  मेंढक एक छलांग में पानी के भीतर चला गया। और जब कौआ अपनी चोंच रगड़ और तेज कर रहा था, स्वादिष्ट भोजन के लालच में, कौआ तब  मेंढक खुशी से पानी में तैर रहा था।  अंत में, कौआ को महसूस हुआ  कि चोंच काफी तेज हो गई है,

 पानी में मेंढक को देखकर कौआ चिल्लाया। मैंने अपनी चोंच को तेज कर दिया है और अब मैं आपको खाने के लिए तैयार हूं। नदी के अंदर बैठकर मेंढक खुशी से हंस पड़ा। मेरी प्यारी कौआ, उसने एक ताना दिया, न केवल तुम्हारी चोंच, बल्कि तुम्हारी बुद्धि भी तेज नहीं !!


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इस कहानी की शिक्षा:- हमें कभी भी मुसीबत से नहीं घबरारा चाहिए क्योकि हिमते मर्दा तो मदते  खुदा।  '' मुसीबत से घबराने तथा डर ने पर समस्या का संधान नहीं कर सकोगे जैसे भी हो सामना करना चाहिए जैसे मेंढक ने अपने बुद्धि का सही स्तेमाल किया और अपने जान बचा लिया। 


    (chalak lomdi aur kauwa ki kahani in hindi)

2 .  लोमड़ी और कौआ


Chalak Lomdi aur Kauwa - कौआ बहुत ही सुबह उठ जाता था और अपने खाने के जुगाड़ में लग जाता इधर से उधर उड़ता और दिन भर भोजन का जुगाड़ करता बड़े आराम से उसका जीवन कट रहा था एक दिन  कौआ को कुछ भी खाने को नहीं मिल रहा था और उड़ते उड़ते एक होटल के छत पर काउ - काउ करते  बैठ गया कौआ ने वहां देखा की रोटी समोसा पूड़ी इत्यादि बन रही थी होटल वाला ने कौआ को देखा तो भागने लगा अरे कौआ इधर आया तो तेल की कड़ाई में तुझे भी तल दूँगा कौआ सुन कर डर गया थोड़ी दूर जा कर सोचने लगा कोई उपाय किया जाये  कौआ ने धीरे से उड़ कर आया होटल वाला  कस्टमर से  बात करने में व्यस्त हो  गया उसी समय एक रोटी झट से चोंच में दबा कर भगा बहुत दूर जंगल की ओर आ गया। 


(chalak kauwa ki kahani ) जैसे ही जमीन पर कौआ बैठा उसी समय लोमड़ी आ गई अरे कौआ भाई आप  बहुत दिन बाद दिखाई दे  रहे हो इतनी कहा थी। लोमड़ी भी जंगल में घूम - घूम कर काफी भूख थी और किया हाल चाल दोस्त कहने लगी कौआ ने ठीक है। आप बताओ आप का क्या हाल है। कौआ भाई मैने सुना है आप डांस बहुत अच्छा करते हो और बुद्धि से भी काफी तेज हो आपकी पत्नी बता रही थी तब से मैं तुम्हें ढूंढ रहा था आप मेरे दोस्त हो कर मुझे कभी नहीं बताये आज मैं आप का डांस देखना चाहता हूँ। कौआ ने लोमड़ी की बातों को सुन कर बहुत खुस होगया और डांस करने लगा जैसे ही  डांस करने में मस्त हो गया था तब लोमड़ी ने कौआ को झपटा मारा और कौआ का नास्ता बना डाला साथ रोड़ी भी खा गया ?

Chalak Lomdi short story
इस कहानी का शिक्षा:-  मेरे दोस्त कभी भी किसी की झूठे तारीफों में नहीं फसना क्योकि लोग अक्सर अपने फायदे के दूसरों की तारीफों की पुल बांधते है। और चने के झाड़ में चड़ा कर चने के पेड़ को नीचे काट देते है। चाय पीओ छान कर दोस्ती करो जान के ? आज के जमाने में - अपने स्वार्थ के लिए लोग दोस्ती करते है।  दुनिया का सच्चा दोस्त - माता पिता  तथा पत्नी 

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